Amrita Pritam aur Tum: Self Love: Hindi Poetry
Amrita Pritam aur Tum: Self Love: Hindi Poetry
जब दिन थका हो और रातें सहमी हो
सुस्त सा हो मौसम और अंदर बेचैनी हो,
अंधेरा जब अक्स छुपाए
आईना कोई छवि न दिखाए,
तब बिस्तर के बगल में रखा,
वो लैंप जला लेना,
जिसपर लगी अमृता प्रीतम की तस्वीर,
बगल में रखी फोटो फ्रेम पर एक रोशनी डालेगी,
जिसपर, अल्फाज़ ऐ जोगी लिखा होगा ।
अमृता की रोशनी में जब,
तुम उस तस्वीर के शब्दों में खुद को पढ़ोगी
तो जान जाओगी की ,
तुम हो कौन।
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Image Courtesy: Artykite