POETRY

The Green Revolution

Hindi Poem on global warming.

मेरे बच्चों के गुलक्क में भर के रखी है ताजी हवा,
तिजोरियों में रखे है, भरे पानी के बर्तन,
वो बक्सों में फूल और पत्ते सजा दिए हैं,
सुंदर नज़ारे कैद है, कैमरों के भीतर,

इन आज की यादों को समेट रहे हैं उस कल के लिए,
क्यों की उस कल के लिए ज़रूरी वो,
जो उस कल में होगा नहीं l

रमता जोगी

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